स्वयं की बहु आयामी संपन्नता अथवा स्वयं की सेवा से विश्व सेवा। स्वयं परिवर्तन से विश्व प स्वयं की बहु आयामी संपन्नता अथवा स्वयं की सेवा से विश्व सेवा। स्वयं परिवर्तन से ...
तीन दिन बाद आज कोहरे की चादर से निकल सूरज ने आसमान में अपनी सुनहरी किरणें फैला दी थी । तीन दिन बाद आज कोहरे की चादर से निकल सूरज ने आसमान में अपनी सुनहरी किरणें फैला द...
तभी तो कह रहा हूँ कि तुम ही नहीं, तुम्हारा पूरा परिवार पगला गया है। तभी तो कह रहा हूँ कि तुम ही नहीं, तुम्हारा पूरा परिवार पगला गया है।
सावधानी बरतनी जरूरी है क्योंकि मौत किसी रिश्तेदार नहीं होती। सावधानी बरतनी जरूरी है क्योंकि मौत किसी रिश्तेदार नहीं होती।
तुम्हारे उस समंदर से भी विशाल दिल को और आसमान से भी बड़े आंचल को मेरा शत् शत् नमन। तुम्हारे उस समंदर से भी विशाल दिल को और आसमान से भी बड़े आंचल को मेरा शत् शत् नमन...
यही शिव से अरदास है पर आपकी जगह कोई नहीं ले सकता। वह खाली की खाली है। यही शिव से अरदास है पर आपकी जगह कोई नहीं ले सकता। वह खाली की खाली है।